कांजी वड़ा | Kanji vada | Rajasthani Kanji Wada
- Nisha Madhulika |
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राई या सरसों के दानों को पीस कर बना कांजी वड़ा एक परम्परागत पाचक पेय है. इसे खाने से पहले एपटाइजर के रूप में भी परोसा जाता है और खाने के बाद में भी.
आवश्यक सामग्री - Ingredients for Rajasthani Kanji Wada
कांजी के लिए
- पानी- 2 लीटर
- राई- 4 टेबल स्पून (बारीक पिसी हुई)
- हल्दी पाउडर- 1 छोटी चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर- 1 छोटी चम्मच
- हींग- ½ पिंच
- सरसों का तेल- 2 छोटी चम्मच
- नमक- 2 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
वड़ों के लिए
- मूंग की दाल- 1 कप (180 ग्राम) (भीगी हुई)
- नमक- ½ छोटी चम्मच या स्वादानुसार
- हींग- ½ पिंच
- तेल- तलने के लिए
विधि - How to make Kanji vada
कांजी बनाइए
कांच या फूड ग्रेड प्लास्टिक का कन्टेनर लीजिए. इसे पानी से अच्छे से धोकर धूप में सुखा लीजिए.
कन्टेनर में पिसी हुई राई, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हींग, नमक और सरसों का तेल डाल दीजिए. साथ ही इसमें थोड़ा सा पानी भी डाल दीजिए और सारे मसालों को 2 से 3 मिनिट तक चलाते हुए मिक्स कर लीजिए.
इसके बाद, इसमें सारा पानी डालकर मिला दीजिए. जार को बंद करके किसी गरम जगह पर रख दीजिए और रोजाना चमचे से चला दीजिए. 3 दिन बाद, कांजी अच्छी तरह से खट्टी होकर तैयार हो जाएगी.
3 दिन बाद कांजी खट्टी होकर तैयार है.
वड़े बनाइए
दाल को अच्छी तरह से धोकर 2 से 3 घंटे पानी में भिगो दीजिए. बाद में, इसमें से अतिरिक्त पानी निकाल दीजिए. दाल को मिक्सर जार में डालिए और इसे हल्का दरदरा पीस लीजिए. पिसी हुई दाल को एक प्याले में निकाल लीजिए. बची हुई दाल को भी ऎसे ही पीस लीजिए. दाल को पीसते समय ही इसमें नमक और हींग डाल दीजिए.
दाल को पूरे 4 से 5 मिनिट अच्छी तरह से फैंट लीजिए.
दाल फैंटने के बाद फूली हुई दिखाई देगी. वड़े बनाने के लिए कढ़ाही में तेल गरम कर लीजिए. तेल में एक वड़ा डालकर चैक कर लीजिए. वड़ा सिक रहा है यानिकि तेल अच्छा गरम है. थोड़े से वड़े तोड़कर कढ़ाही में डाल दीजिए और वड़ों को गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए.
सिके हुए वड़ों को प्लेट में निकाल लीजिए. इसके लिए, वड़ों को कलछी पर कढ़ाही के किनारे पर थोड़ा सा तिरछा करके रखिए ताकि अतिरिक्त तेल कढ़ाही में ही वापस चला जाए और वड़ों को निकालकर प्लेट में रख लीजिए. सारे वड़े इसी तरह तलकर तैयार कर लीजिए.
इन वड़ों को कांजी में डालकर कांजी में मिक्स कर दीजिए और आधे घंटे के लिए इन्हें कांजी में डूबे रहने दीजिए. बाकी वड़ों को भी तलकर तैयार कर लीजिए. एक बार के वड़े तलने में 5 से 6 मिनिट लग जाते हैं. वड़े अगर ज्यादा हो बन जाएं, तो इन्हें चाट बनाकर खा सकते हैं या ऎसे ही स्नैक्स के रूप में भी खा सकते हैं.
आधे घंटे बाद, वड़े कांजी में फूलकर तैयार हैं. इन्हें सर्व करने के लिए एक गिलास में 3 से 4 वड़े और कांजी डाल दीजिए.
सुझाव
- कांजी के लिए फूड ग्रेड प्लास्टिक या कांच का बर्तन ले सकते हैं.
- अगर आप आ रो का पानी इस्तेमाल नही कर रहे हैं, तो पानी को पहले उबालिए, ठंडा कीजिए और उसके बाद मसालों में मिलाकर रखिए.
- दाल को बिना पानी ही डाले पीसिए.
- वड़ों को अच्छे गरम तेल में सिकने के लिए डालें.
- अगर आपने वड़े ना बनाएं हो, तो कांजी को 1 से 2 चम्मच बूंदी के साथ भी सर्व कर सकते हैं.
Kanji vada | पाचक कांजी बड़ा | Rajasthani Kanji Wada
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Rai konsi use Kare? Black mustard seeds or yellow mustard seeds?
निशा: शीतल जी, आप इसके लिए दोनों में से जो पसंद करें ले सकती हैं मैने यहां पर काली राई का उपयोग किया है.
Hot vada directly we have to put it in kanji or else,pls reply,thanks.
निशा, बीना जी वडों को गरम गरम ही कांजी में डाला जा सकता है.