Namaskar Nishaji, apne to naye style ka achar bana daala. Hum ise try karna chahenge lekin sarso ki jagh aur kya use kar sakte hain. Yeh hume mil nahi pati. Pani wala achar itne din chalega kya, Isme sirka na daale aur nimboo dale to निशा: अनीता जी, आप इसमें नींबू का उपयोग कर सकते हैं.
10 December, 2017 11:58:28 PMMohan Kumar
Wah Nishaji aapki recipe ek se badkar ek hoti hai. Kaash meri mother bhi apki hi tarah trained hoti, to mujhe bhi itni sari dishes jhane ko milti. Main roj nayi nayi farmaish karta. निशा: मोहन जी, बहुत बहुत धन्यवाद.
11 December, 2017 09:13:08 AMbandevi singh
प्रणाम मै'म! आज आपने एकदम यूनिक रेसिपी से अवगत कराया! इसके लिये हम आपके कृतज्ञ हैं!! एक छोटी-सी रचना आपके लिये- निशा-दिशा पर चल हमें मिले मधुर पकवान।पाककला की देवि तुम देती मनहर ज्ञान।।देती मनहर ज्ञान,रेसिपी नई बताती।घरवालों का हृदय जीतना हमें सिखाती।।कैसे हो तारीफ़ तुम्हारी,शब्द मौन है।पाककला में तुमसे बढ़कर आज कौन है।।(मनहर- मन को हरने वाला) निशा: बनदेवी जी, मेरा छोटा सा काम और आपका इतना प्यार मेरे लिये बहुत बहुत धन्यवाद और आभार इतनी सुंदर रचना के लिये.
Namaskar Nishaji, apne to naye style ka achar bana daala. Hum ise try karna chahenge lekin sarso ki jagh aur kya use kar sakte hain. Yeh hume mil nahi pati. Pani wala achar itne din chalega kya, Isme sirka na daale aur nimboo dale to
निशा: अनीता जी, आप इसमें नींबू का उपयोग कर सकते हैं.
Wah Nishaji aapki recipe ek se badkar ek hoti hai. Kaash meri mother bhi apki hi tarah trained hoti, to mujhe bhi itni sari dishes jhane ko milti. Main roj nayi nayi farmaish karta.
निशा: मोहन जी, बहुत बहुत धन्यवाद.
प्रणाम मै'म! आज आपने एकदम यूनिक रेसिपी से अवगत कराया! इसके लिये हम आपके कृतज्ञ हैं!! एक छोटी-सी रचना आपके लिये-
निशा-दिशा पर चल हमें मिले मधुर पकवान।पाककला की देवि तुम देती मनहर ज्ञान।।देती मनहर ज्ञान,रेसिपी नई बताती।घरवालों का हृदय जीतना हमें सिखाती।।कैसे हो तारीफ़ तुम्हारी,शब्द मौन है।पाककला में तुमसे बढ़कर आज कौन है।।(मनहर- मन को हरने वाला)
निशा: बनदेवी जी, मेरा छोटा सा काम और आपका इतना प्यार मेरे लिये बहुत बहुत धन्यवाद और आभार इतनी सुंदर रचना के लिये.